window.dataLayer = window.dataLayer || []; function gtag(){dataLayer.push(arguments);} gtag('js', new Date()); gtag('config', 'G-YRJD2FN4QJ'); OPINION ऑनलाइन प्रक्रिया में भी दस्तावेज बनने में देरी : चिंता का विषय

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OPINION ऑनलाइन प्रक्रिया में भी दस्तावेज बनने में देरी : चिंता का विषय

 



कहते हैं कि, कोई भी कार्य ऑनलाइन करने से समय की बचत होती है पर देखने में यह आया कि ऑनलाइन चॉइस सेंटर से मूल निवास, आय प्रमाण पत्र , जाति प्रमाण पत्र इत्यादि बनाने में भी कम से बहुत समय लगता है| जिसके कारण इसकी ऑनलाइन प्रक्रिया का कोई महत्व नहीं रह जाता | लोगों का कहना हैं कि, ऑनलाइन और ऑफलाइन में अंतर क्या हैं जब आवेदकों को इंतजार ही करना हैं तो , क्योंकि ऑफलाइन प्रक्रिया में सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते है और ऑनलाइन प्रक्रिया में लोक सेवा केन्द्रों में इंतजार करना पड़ता है |  यानी दस्तावेज जमा कीजिए और इंतजार कीजिए क्योंकि विभाग के अधिकारियों के पास पहले से ही दर्जनों फाइले पेंडिंग पड़ी होती है | और समय उतना ही लगता हैं,  कुछ मामलों में ज्यादा भी |  कुल मिलाकर कान यहां से पकड़े या वहां से बात एक ही है | 

क्या ? आवेदकों को सुविधा हों इसके लिए उक्त विविध कार्यों के लिए विभाग को पृथक से अधिकारी नियुक्त नहीं करने चाहिए ताकि वह मुख्य रूप से यही कार्य करें| क्योंकि अधिकतर राजस्व अधिकारी मामलों के चलते इन फाइलों में केवल हस्ताक्षर करने में भी लम्बा समय लेते हैं | जिससे आवेदकों को बड़ी परेशानी होती हैं | और आवेदक अपने अधिकारों से  वंचित रह जाते हैं |



देवेन्द्र प्रताप शुक्ल

वरिष्ठ पत्रकार